Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari | ज़िंदगी पर शायरी हिंदी में

Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari | ज़िंदगी पर शायरी | Dard Zindagi Sad Shayari | जिंदगी शायरी दो लाइन | Dard Bhari Zindagi Shayari | Sad Zindagi Quotes in Hindi |

Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari

तन्हाई में चलते चलते हमने अपनी ज़िन्दगी गुज़ार ली,
पर दर्द अब भी ज़माने के साथ चलता जा रहा है।
Walking alone, we have spent our lives,
But pain is still walking with time.

 

अकेलेपन की इस मन्ज़िल पे तो मैं अकेला ही हूँ,
जिंदगी का कोई साथी नहीं है मेरा,
कभी किसी से नहीं मिलती है ख़ुशियाँ,
बस ये दर्द और बेचैनी रह जाती है हमेशा।

 

अकेलापन में गुम होना ज़रूरी नहीं होता,
कभी-कभी दोस्तों की भी वफ़ादारी एहसास दिला जाती है।
Being lost in loneliness is not necessary,
Sometimes the loyalty of friends also makes us realize.

 

तन्हाई के अंधेरे में कोई रोशनी नहीं,
हर ख़ुशी में दर्द की एक तस्वीर है,
दिल के जख्म दिखाने की क्या ज़रूरत,
हर आहट में दर्द की गहराई है।

 

अकेलेपन का दर्द जब दिल में समा लेता है,
तो जीने की इच्छा हमें छोड़ जाती है।
When the pain of loneliness engulfs the heart,
The desire to live leaves us

 

अकेलापन का एहसास दिल को सताता है,
हर पल तेरे साथ का सपना गवाता है,
तेरी यादों से जिस्म तड़पता है,
दर्द भरी ज़िन्दगी का यही नाता है।

 

अकेलेपन में जब भी कुछ अच्छा होता है,
तो लगता है कि अकेलापन के दर्द का कुछ असर खत्म होता है।
Whenever something good happens in loneliness,
It feels like the pain of loneliness is reduced.

 

यू हादसे तो बहुत है मेरी जिंदगी के साथ ,
लेकिन जो कल हुआ था वो मंजर बला का था,
तुम भी भुला दो तरके ताल्लुक का वाक़या,
मैं भी ये सोच लूँगा कि झोंका हवा का था।

 

बड़ा मुश्किल सबक है कब किसी को याद होता है ,
ताल्लुक जो निभाता है वही बर्बाद होता है,
और सियासत में शराफत ढूढ़ने वाले भी पागल है ,
ये कब्रिस्तान है इसमें कोई आबाद होता है ।

 

आँधियों से न बुझूं ऐसा उजाला हो जाऊँ;
तू नवाज़े तो जुगनू से सितारा हो जाऊँ;
एक बून्द हूँ मुझे ऐसी फितरत दे मेरे मालिक;
कोई प्यासा दिखे तो दरिया हो जाऊँ।

 

कोई भी इसे समझने की कोशिश नहीं करता,
जो महसूस करता है उसे कोई बताता नहीं है,
हर कोई अपनी खुशियों में मग्न होता है,
पर इस दर्द की खुशी में कोई नहीं शामिल होता है।

 

आज फिर अकेलापन ने जीत ली,
मुझे दोस्त बनाने की कोशिश ने हारा दिया।
Once again loneliness has won,
My attempt to make friends has been defeated.

 

ज़िंदगी तो एक सफ़र है यही हमेशा सुना है,
पर अकेलेपन का रास्ता इसमें बहुत कठिन है,
जो भी इस दर्द से गुजरता है वो जानता है,
कि अकेलेपन ज़िन्दगी का सबसे बड़ा दर्द है।

 

तन्हाई के अंधेरे में कोई रोशनी नहीं,
हर ख़ुशी में दर्द की एक तस्वीर है,
दिल के जख्म दिखाने की क्या ज़रूरत,
हर आहट में दर्द की गहराई है।

 

कहाँ रखूँ तुम्हारे फरेबी दिल के खज़ाने को
कि मेरे घर में कोई अलमारी नहीं है
साथ देते है खुशियों से गमो की मुसीबत तक
हाथ पकड़कर फिर छोड़ने की बीमारी नहीं है।

 

अकेलापन का एहसास दिल को सताता है,
हर पल तेरे साथ का सपना गवाता है,
तेरी यादों से जिस्म तड़पता है,
दर्द भरी ज़िन्दगी का यही नाता है।

 

एक दौर रहा है गमगीन जिंदगी का गहरा,
अब सब भुलाकर उनकी याद में मुस्कुराना पड़ेगा,
मैं जिंदा रहूंगी तो सिर्फ उनके साथ रहूंगी
वरना जिंदा रहकर भी मौत का राज छुपाना पड़ेगा ।

 

तन्हाई के अंधेरे में कोई रोशनी नहीं,
हर ख़ुशी में दर्द की एक तस्वीर है,
दिल के ज़ख़्म दिखाने की क्या ज़रूरत,
हर आहट में दर्द की गहराई है।

 

जान दे सकता है क्या साथ निभाने के लिए,
हौसला है तो बढा़ हाथ मिलाने के लिए,
मैंने दीवार पर क्या लिख दिया खुद को एक दिन ,
तो बारिशे होने लगी मुझको मिटाने के लिए।

 

तेरे अकेलापन का दर्द जानते हैं हम,
तुझे साथ देने के लिए तैयार हम हैं।
कुछ लम्हे तो बीत जाएंगे, साथ हमारा जोड़ दे,
खुदा तेरे साथ हमेशा हो, ये हमारी दुआ है।

 

मैं चाहता हूँ सुबुक-गाम इतमिनान से आये
तेरी खबर भी गुलाबो के दरमियान से आये
मैं जब भी जागूँ तो जागूँ तेरे हवाले से
कि सवेरा आये तो होकर तेरे मकान से आये.

 

मुसाफिरो का कोई ऐतबार मत करना
जहाँ कहा था वहाँ इंतज़ार मत करना
और मैं नींद हूँ मेरी हद है तुम्हारी पलकों तक
बदन जलाकर मेरा इंतज़ार मत करना।

 

जब तन्हा हो तू और दिल उदास हो,
जब रात बैठे और खुशियों की धुंध हो,
तो याद कर लेना मुझे एक बार,
खुदा तेरे साथ हमेशा हो।

 

हमारे दिल पर क्या गुज़री है तुम्हे बताये क्या
भरोसा तो टूट गया हम भी टूट जाये क्या
हमारे चेहरे पर तुम दागों की तोहमत लगाते हो
हमारे पास भी है आयना तुम्हे दिखाये क्या.

 

कहाँ रखूँ तुम्हारे फरेबी दिल के खज़ाने को
कि मेरे घर में कोई अलमारी नहीं है
साथ देते है खुशियों से गमो की मुसीबत तक
हाथ पकड़कर फिर छोड़ने की बीमारी नहीं है.

 

चाँद ज़ब भी मेरे घर के ऊपर नज़र आता है
ना जाने क्यों मुझे तेरा ख्याल आता है
और मैं ज़ब भी देखता हूँ आयने मे
तो उसमे तेरा मासूम चेहरा नज़र आता है.

 

तुमने तो कह दिया की मोहब्बत नहीं मिली,
मुझको तो ये भी कहने की मोहलत नहीं मिली,
तुमको तो खैर शहर के लोगो का खौफ था,
और मुझको अपने घर से इज़ाज़त नहीं मिली ।

 

तन्हाई के अंधेरे में कोई रौशनी नहीं,
हर ख़ुशी में दर्द की एक तस्वीर है,
दिल के ज़ख़्म दिखाने की क्या ज़रूरत,
हर आहट में दर्द की गहराई है।

 

चला था गलत राह पर मगर फिर लौट आया
तुम आये जिंदगी में तो उजाला लौट आया
और बुला रही थी मुझे खुशियाँ ज़माने की तेरी
याद के आ जाने से मैं रास्ते से लौट आया।

 

अकेलापन का एहसास दिल को सताता है,
हर पल तेरे साथ का सपना गवाता है,
तेरी यादों से जिस्म तड़पता है,
दर्द भरी ज़िंदगी का यही नाता है।