आज का यह निबंध अनुशासन पर निबंध (Essay on Discipline in Hindi) पर दिया गया हैं। आप इस निबंध को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 5th, 6th, 7th, 8th, 9th, 10th और 12th के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं। विद्यार्थी परीक्षा और प्रतियोगिताओं के लिए इस निबंध से मदद ले सकते हैं।
Essay on Discipline in Hindi
अनुशासन ही देश को महान बनाता है। अनुशासन का अर्थ है, नियमों का पालन करना, बड़ों की आज्ञा मानना एवं उन्हें उचित सम्मान देना, शिष्टाचार एवं अच्छे आचरण को अपनाना ।
अनुशासन जीवन को ठोस आकार देता है। इसके बगैर जीवन उज्ज्वल एवं खूबसूरत नहीं हो सकता। इसलिए जीवन के हर कदम पर इसकी आवश्यकता है। चाहे घर हो, कारखाना हो, कार्यालय हो, विद्यालय हो या खेल का मैदान हो, अनुशासन की जरूरत सभी जगह होती है।
अनुशासनहीनता अनियमितता पैदा करती है। इसके बगैर शांति एवं उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती। सामाजिक सद्भाव अनुशासन के बगैर नहीं रह सकता। इसलिए, इसे मानव-जीवन में महत्वपूर्ण चीज माना जाता है।
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यदि विद्यालय में छात्र अनुशासित न हों, तो शिक्षा का माहौल नहीं बन सकता। शिक्षकों के लिए स्कूल को चलाना कठिन होगा। इसी तरह, यदि अधीनस्थ कर्मचारी अपने वरीय पदाधिकारी के आदेश का पालन नहीं करे, तो कारखाना या कार्यालय चलाना मुश्किल हो जायेगा। यदि युद्ध के मैदान में सैनिक अनुशासित न हों, तो निश्चित उनकी पराजय होगी।
इसलिए सेना एवं पुलिस विभाग में अनुशासन को नितांत आवश्यक माना जाता है। वे लोग इसके अभाव में कुछ भी नहीं कर सकते । यहाँ तक कि परिवार में भी परिवार के सभी सदस्य अनुशासन का पालन न करें, तो उस परिवार में शांति और विकास नहीं हो सकता। खेल के मैदान में यदि खिलाड़ी खेल के नियमों का पालन नहीं करें, तो वे नहीं जीत सकते हैं।
अतः अनुशासन एक अच्छी चीज है। किसी भी कीमत पर इसका पालन होना चाहिए, नहीं तो उपद्रव एवं अनियमितता पूरे देश में व्याप्त हो जायेंगे। इसे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाया जाना चाहिए। बच्चों को अनुशासन की शिक्षा प्रारंभ से ही दी जानी चाहिए। नि:संदेह, यह जीवन में सफलता का रहस्य है।