आज का यह निबंध बेरोजगारी पर निबंध हिंदी में (Unemployment Essay in Hindi) पर दिया गया हैं। आप इस निबंध को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 5th, 6th, 7th, 8th, 9th, 10th और 12th के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं। विद्यार्थी परीक्षा और प्रतियोगिताओं के लिए इस निबंध से मदद ले सकते हैं।
Unemployment Essay in Hindi
बेरोजगारी बेरोजगारी एक भयानक समस्या है। यह एक अभिशाप है। यह समाज में उपद्रव पैदा करता है। यह एक सामाजिक समस्या होने के कारण राष्ट्र की उन्नति में रुकावट पैदा करता है। बेरोजगार आदमी लापरवाही की जिन्दगी जीता है। वह अपने-आप पर बोझ है। वह समाज के लिए खतरा है। बेकार होने के कारण वह हमेशा खुराफात सोचता है। कहा गया है कि “खाली दिमाग शैतान का घर होता है।”
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तेजी से बढ़ती आबादी बेरोजगारी की जड़ है। हर हाथ को काम देना सरकार के लिए कठिन है। इसलिए परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागृति लाना चाहिए। इसे लोकप्रिय बनाना चाहिए। यदि जनसंख्या-वृद्धि की दर घट जायेगी, तो बेरोजगारी की समस्या सुलझ जायेगी। दोषपूर्ण शिक्षा-पद्धति भी बेरोजगारी का कारण है। हर साल स्कूल एवं कॉलेजों के द्वारा लाखों स्नातक और स्नातकोत्तर पैदा किये जाते हैं। ये स्नातक लोग नौकरी की तलाश में इधर-उधर भटकते हैं। इसलिए शिक्षा को रोजगारपरक बनाना चाहिए। तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए।
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बहुत-से शिक्षित लोग इसलिए बेरोजगार रहते हैं, क्योंकि वे केवल सरकारी नौकरी करना चाहते हैं। वे लोग नौकरी पसंद बन गये हैं। वे लोग उद्योग या व्यवसाय शुरू करना नहीं चाहते। इसलिए उनकी मानसिकता में बदलाव लाना जरूरी है। उन्हें समझाना चाहिए कि अपना स्वतंत्र रोजगार किसी नौकरी से बेहतर है। उनकी मानसिकता में परिवर्तन बेरोजगारी की समस्या दूर करने में सहायक होगा।
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इस समस्या के समाधान हेतु सरकार ने बहुत-से कदम उठाये हैं। शिक्षित बेरोजगारों को अपना स्वरोजगार शुरू करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। सरकार के द्वारा अनेको योजनाएं शुरू की गई हैं। प्रधानमंत्री रोजगार योजना अच्छी योजनाओं में से एक है जिसके द्वारा शिक्षित बेरोजगार स्वरोजगार हेतु आर्थिक सहयोग प्राप्त करते हैं।
अतः जनसंख्या-वृद्धि को रोककर शिक्षा-पद्धति में सुधार लाकर और लोगो को रोजगार दे कर, शिक्षा देकर बेरोजगारी की समस्या को सुलझाया जा सकता है।